Sukanya Sammridhi Yojana:— अगर आपके घर में हैं लक्ष्मी जैसी बेटी तो ममिलेंगे 4 लाख रुपये… अगर आपके भी घर में है लक्ष्मी जैसी प्बेटी तो आपको भी मीलेंगे 4, लाख रूपए अपनी बेटी के लिए अब चाहे वो आपकी बहन हो या बेटी सरकार देगी आपको 4,लाख रुपये आइए विस्तार से जानते हैं इसके बारे में……
नमस्कार मित्रों : सुकन्या योजना के तहत माता पिता के द्वारा अपनी कन्या का निवेश खाता खोला जाता है। जिसमें प्रतिवर्ष न्यूनतम ₹250 से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक निवेश किए जा सकते हैं। इस समय सुकन्या खाते में जमा की गई राशि पर 7.6% की दर से ब्याज प्रदान किया जा रहा है
केंद्र सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना को बेटियों के भविष्य में पढ़ाई, उच्च शिक्षा एवं शादी में होने वाले खर्चे को पूरा करने के लिए शुरू किया गया है ताकि माता पिता अपने बेटियों की भविष्य की चिंता से मुक्त होकर उनका पालन पोषण अच्छे से कर सके। इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत शुरू किया था। यह योजना वर्तमान में 8.2% (जनवरी-मार्च 2024 तिमाही के लिए) की ब्याज दर और कर लाभ प्रदान करती है। यह खाता किसी भी भारतीय डाकघर या अधिकृत वाणिज्यिक बैंकों की शाखा में खोला जा सकता है।
इस योजना के बारे में कुछ मुख्य विवरण इस प्रकार हैं……….!
: मुख्य विशेषताएँ:
1. पात्रता:~~ यह खाता 10 वर्ष से कम आयु की बालिका के नाम पर खोला जा सकता है।
2. जमा राशि:~~~ सालाना न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख जमा किए जा सकते हैं।
3. ब्याज दर:~~~ ब्याज दर सरकार द्वारा तय की जाती है और इसमें बदलाव हो सकता है। नवीनतम अपडेट के अनुसार, यह लगभग 7.6% प्रति वर्ष (वार्षिक चक्रवृद्धि) है।
4. अवधि:~~~~ खाता खोलने की तिथि से 21 वर्ष बाद या बालिका के 18 वर्ष की आयु होने पर उसके विवाह पर परिपक्व होता है।
5. कर लाभ:~~~~ SSY में योगदान आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत कर कटौती के लिए पात्र हैं। अर्जित ब्याज और परिपक्वता राशि भी कर-मुक्त है।
6. निकासी:~~~ बालिका के 18 वर्ष की आयु होने के बाद उच्च शिक्षा व्यय के लिए शेष राशि का 50% तक आंशिक निकासी की अनुमति है।
खाता खोलना……….!
– आवश्यक दस्तावेज़ (बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक का पहचान और पता प्रमाण) जमा करके किसी भी अधिकृत बैंक या डाकघर में खाता खोला जा सकता है।
– एक ही बालिका के लिए कई खाते खोलने की अनुमति नहीं है, लेकिन एक परिवार में अधिकतम दो बालिकाओं के लिए एक-एक खाता खोला जा सकता है।
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सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) ने अपनी शुरुआत से ही समाज के विभिन्न पहलुओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। यहाँ कुछ प्रमुख क्षेत्र दिए गए हैं जहाँ इस योजना ने बदलाव किया है:~~~~
1. वित्तीय समावेशन…..!
- बचत को प्रोत्साहित करना:SSY ने परिवारों को अपनी बालिकाओं के भविष्य के लिए पैसे बचाने के लिए प्रोत्साहित किया है!
- यह वित्तीय अनुशासन और दीर्घकालिक योजना को बढ़ावा देता है!
- बैंकिंग तक पहुँच: इस योजना ने लड़कियों के नाम पर खोले गए बैंक खातों की संख्या में वृद्धि की है!
- विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में, जिससे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिला है!
2. महिला सशक्तिकरण………!
- शैक्षणिक सहायता:~~ उच्च शिक्षा के लिए आंशिक निकासी की अनुमति देकर, SSY लड़कियों की शैक्षिक आकांक्षाओं का समर्थन करता है, जिससे उच्च शिक्षा प्राप्ति और बेहतर करियर की संभावनाएँ प्राप्त होती हैं।
- सुरक्षा और स्वतंत्रता:~~~ लड़कियों के लिए वित्तीय कोष प्रदान करना यह सुनिश्चित करता है कि वयस्क होने पर उन्हें कुछ हद तक वित्तीय स्वतंत्रता और सुरक्षा मिले।
3. सामाजिक परिवर्तन…….!
- मानसिकता में बदलाव:~~~इस योजना ने बालिकाओं के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण को बदलने में योगदान दिया है, इस विचार को बढ़ावा दिया है कि बेटियाँ दायित्व के बजाय संपत्ति हैं।
- लिंग असमानता को कम करना:~~~ SSY बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी पहलों के साथ संरेखित है, जिसका उद्देश्य लिंग असमानता को कम करना और समाज में बालिकाओं के मूल्य को बढ़ाना है।
4. आर्थिक प्रभाव………..!
- बचत दर को बढ़ावा देना:~~~ यह योजना राष्ट्रीय बचत दर में योगदान देती है, क्योंकि परिवार नियमित रूप से SSY खातों में योगदान करते हैं।
- कर लाभ:~~~ धारा 80C के तहत कर कटौती की पेशकश बचत को प्रोत्साहित करती है और परिवारों पर कर का बोझ कम करती है, जिससे बेहतर वित्तीय योजना बनाने में मदद मिलती है।
5. विवाह के दौरान सहायता………..!
- विवाह व्यय:~~~ यह योजना बालिकाओं के विवाह व्यय के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे परिवारों पर वित्तीय दबाव कम होता है।
6. *दीर्घकालिक लाभ…………!
- वित्तीय सुरक्षा:~~~~ बालिका के 21 वर्ष की आयु होने पर परिपक्व होने पर, यह योजना सुनिश्चित करती है कि उसके पास अपनी भविष्य की आवश्यकताओं के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध हो, चाहे वह उच्च शिक्षा हो, विवाह हो या व्यवसाय शुरू करना हो।
कुल मिलाकर, सुकन्या समृद्धि योजना भारत में बालिकाओं के कल्याण को बढ़ावा देने, बचत को प्रोत्साहित करने, शिक्षा का समर्थन करने और महिलाओं को सशक्त बनाने में एक महत्वपूर्ण साधन रही है।
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